Diwali or Deepawali Kya Hai

Diwali क्या है? क्यों मनाई जाती है? इसका महत्व क्या है? इसे कैसे मनाया जाता है?

दोस्तों, दिवाली (Diwali) या दीपावली (Deepawali) का पर्व हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन दिवाली पर केवल दिया जलाने और पटाखे फोड़ने की प्रथा नहीं है बल्कि दिवाली मनाने के पीछे कई सारी पौराणिक कथा और प्रथा भी है। जिससे आज भी कई सारे लोग अनजान है। तो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे की दिवाली क्यों मनाई जाती है इसका क्या महत्व है इसे कैसे मनाया जाता है? दिवाली कितने दिन तक मनाई जाती है? और इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी भी आज के इस आर्टिकल में हम आपको देंगे। अगर यह सभी जानकारी आपको प्राप्त करनी है तो आप इस आर्टिकल के लास्ट तक बन रहे।

Diwali 2024

दीपावली 2024:- हिंदू धर्म में दिवाली त्यौहार का बहुत ही खास महत्व है। हर साल कार्तिक माह की अमावस्या को दिवाली भारत देश में नहीं बल्कि विश्व के कई और देशों में भी दीपावली का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। दीपावली का यह त्यौहार भारत देश में 5 दिनों तक चलता है। इस त्यौहार की शुरुआत धनतेरस को होती है और भाई दूज के दिन इसकी समाप्ति होती है। इस दिन लक्ष्मी माता और गणेश भगवान की भी पूजा की जाती है। सनातन धर्म में दीपावली के त्यौहार को सुख-समृद्धि का त्यौहार माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि दीपावली के दिन भगवान श्रीराम 14 वर्ष का वनवास पूरा करके अयोध्या लौटे थे। भगवान श्रीराम के स्वागत में सभी अयोध्यावासियों ने पूरे अयोध्या को दियों की रोशनी से सजा दिया था और भगवान श्रीराम का स्वागत बहुत ही धूमधाम से किया था। तब से लेकर हर साल कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को दीपावली का त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ पुरे भारतवर्ष में मनाया जाता है।

Diwali or Deepawali 2024 Date (Diwali Kitni Tarikh Ki Hai?)

दोस्तों, हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल दिवाली कार्तिक महीने की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है। इस साल पूरे भारत देश और विश्व में दिवाली 31 अक्टूबर 2024 गुरुवार को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा भी की जाती है।

दिवाली कितने तरह की है? (Types of Diwali)

दोस्तों दिवाली का त्योहार 5 दिनों तक मनाया जाता है. सबसे पहला दिन धनतेरस, दूसरा दिन छोटी दिवाली, तीसरा दिन दिवाली, चौथा दिन गोवर्धन पूजा, पांचवा दिन भाई दूज।

पहला दिन धनतेरस:– पहला दिन धनतेरस के रूम में मनाया जाता है। हिंदू कैलेंडर पर एक चंद्र पखवाड़े के 13 दिन को संदर्भित करता है। यह दिन समृद्धि को मनाने के लिए समर्पित किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन देवी लक्ष्मी समुद्र मंथन के समय निकली थी। इस दिन उनकी विशेष पूजन (अनुष्ठान) के साथ स्वागत भी किया जाता है।

दूसरा दिन छोटी दिवाली:- दूसरे दिन को छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी के रूप में भी जाना जाता है। माना जाता है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण और देवी काली ने राक्षस नरकासुर का वध किया था। छोटी दिवाली को गोवा में दानव के पुतले को जलाया जाता है और जश्न मनाया जाता है।

तीसरा दिन दिवाली:- तीसरा दिन दिवाली के रूप में मनाया जाता है इस दिन कार्तिक महीने की अमावस्या तिथि को यह दिन मनाया जाता है। यह महीने का सबसे काला दिन होता है. भारत में उत्तर से पश्चिम तक दीपावली का त्यौहार बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होता है। इस दिन शाम को भगवान गणेश और लक्ष्मी माता की विशेष पूजा की जाती है। साथ में पश्चिम बंगाल, ओडिशा और असम में देवी काली की भी पूजा की जाती है। हालांकि कभी-कभी देवी काली की पूजा चंद्रमा के चक्कर के आधार पर एक दिन पहले भी होती है।

चौथा दिन गोवर्धन पूजा:- चौथा दिन गोवर्धन पूजा के रूम में मनाया जाता है हालांकि भारत में इसे अलग-अलग दिन के रूप में मनाया जाता है। उत्तर भारत में इस दिन के रूप में मनाया जाता है कि जब भगवान कृष्ण ने गरज और बारिश के देवता इंद्र को हराया था। महाराष्ट्र कर्नाटक और तमिलनाडु में दानव राज बाली पर भगवान विष्णु की जीत को बाली प्रतिपादन के रूप में भी मनाया जाता है। गुजरात में इसे नए साल की शुरुआत के रूप में मनाया जाता है।

पांचवा दिन भाई दूज:- पांचवा दिन भाई दूज के रूप में मनाया जाता है। यह दिन बहनों को मनाने के लिए समर्पित है। जिस तरह से रक्षाबंधन भाइयों को समर्पित है। इस दिन भाई और बहन एक दूसरे से मिलते हैं और एक साथ भोजन करते हैं। उनके बीच के बंधन का सम्मान करने के लिए यह दिन मनाया जाता है।

Happy Diwali wishes in Hindi

अगर आप लोग भी अपनों को दीपावली की शुभकामनाएं संदेश भेजना चाहते हैं तो हमने आपके लिए कुछ बेहतरीन संदेश लिखे हैं जिन्हें आप भेज सकते हैं-

  1. “हर घर में हो उजाला आए न कोई रात काली हर घर में मनाए खुशियां हर घर में हो दिवाली” हैप्पी दिवाली।
  2. “दिवाली में दीपों का दीदार हो और आपके घर में खुशियों की बौछार हो” शुभ दीपावली।
  3. “दीपक का प्रकाश हर पल आपके जीवन में नहीं रोशनी लाए, बस हमारी तरफ से यही शुभकामनाएं, आपके लिए यह दिवाली आपके लिए खुशियों की बौछार लाए” हैप्पी दिवाली।
  4. “इस दिवाली में यही कामना है हमारी तरफ से की सफलता आपके कदम चूमे और खुशी आपके आसपास हो माता लक्ष्मी आप पर कृपा बनाए रहे और खुशियां हर पल आपके पास हो” हैप्पी दिवाली।
  5. “यह दिवाली आपके जीवन में खुशियों की बरसात लाए धन और शौहरत कि आप पर बौछार करें” हैप्पी दिवाली।
  6. “दीप जगमग जगमगाते रहे सबके घर झिलमिलाते रहे हम सब साथ हो सब अपने मुस्कुराते रहें” हैप्पी दिवाली।
  7. “आपके जीवन में सदा दीप जलते जगमगाते रहे हम आपको और आप हमें याद आते रहे जब तक जिंदगी है दुआ है हमारी आप चांद की तरह है बस यूं ही सदा जगमगाते रहे” हैप्पी दिवाली।
  8. “दीपों का यह पावन त्यौहार आपके लिए लाए खुशियों की बौछार हमारी शुभकामनाएं करें आप तहे दिल से स्वीकार” हैप्पी दिवाली।
  9. “बस हमारी और से यही शुभकामनाएं है आपके लिए इस दिवाली खुशियों की बहार आपके जीवन में बस यूं ही बनी रहे” हैप्पी दिवाली।
  10. दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं।

छोटी दिवाली (Choti Diwali)

छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है। पुरानी मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने सत्यभामा की मदद से नरकासुर का वध करके पूरी सृष्टि को उसके प्रकोप से बचाया था और साथ में भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर का वध करके देवी देवताओं और संतों को उसके आतंक से भी मुक्ति दिलाई थी। इसी खुशी में सभी लोगों ने अपने अपने घरों में दिए जलाए और इस त्यौहार को बड़े ही हर्षोल्लास से मनाने लगे। तब से लेकर अब तक हर साल छोटी दिवाली मनाई जाती है।

दिवाली के दौरान घर को कैसे सजाएं?

दोस्तों दिवाली के दौरान को घर को सजाने के बहुत ही अच्छे तरीके होते हैं। जिन तरीकों का इस्तेमाल करके हम अपने घर को बहुत ही अच्छे तरीके से सजा सकते हैं जिससे हमारा घर बहुत ही सुंदर दिखेगा। उनमें से कुछ तरीके-

  1. अपने घर के फर्श पर रंगोली बना सकते हैं।
  2. अपने घर की खिड़कियां और अन्य जगहों पर दीये भी जला सकते हैं।
  3. अपने घर को फूलों से सजा सकते हैं।
  4. अपने घर को एलईडी LED लाइट से भी सजा सकते हैं।
  5. दिवाली को थोड़ा उज्जवल बनाने के लिए स्थानीय खरीदारी करें।

दिवाली कितने दिन तक मनाई जाती है?

दीपावली का त्योहार 5 दिनों तक मनाया जाता है। इसकी शुरुआत सबसे पहले धनतेरस से होती हैं, दूसरे दिन नरक चतुर्दशी मनाई जाती है, तीसरे दिन दिवाली मनाई जाते हैं, चौथे दिन गोवर्धन पूजा और पांचवें दिन भाई दूज का त्यौहार मनाया जाता है, इन पांच दिनों का हर दिन का अलग-अलग महत्व होता है। इन 5 दिनों तक घर के आंगन में दीप जलाए जाते हैं और बहुत ही धूमधाम से खुशियां मनाई जाती है।

दीवाली का इतिहास क्या है?

हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान श्री राम ने रावण को मारकर और 14 वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या वापस लौटे थे। उनके आने की खुशी में अयोध्या वासियों ने घी के दीपक जलाकर अपने घरों को रंगोलियों से सजाकर भगवान राम का स्वागत किया था। कार्तिक मास के सघन काली अमावस्या की वह रात्रि दीयों की रोशनी से जगमगा उठी थी। तब से लेकर अब तक हर साल दीपावली का यह है त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जाता है।

(निष्कर्ष)

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको दिवाली (Diwali) से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी है। जैसे की दिवाली क्यों मनाई जाती है, दिवाली का इतिहास क्या है, दिवाली के दौरान घर को कैसे सजाएं, छोटी दिवाली, इसका क्या महत्व है, इसे कैसे मनाया जाता है, इसके अलावा हमने आपको कुछ और भी जानकारी दी है जिन्हें आप पढ़कर दिवाली के बारे में कुछ जानकारी हासिल कर सकते हैं। आशा करते हैं कि यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी।

दोस्तों अगर यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा हो तो आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें। अगर यह आर्टिकल आपको और भी अच्छा लगा हो तो आप इस आर्टिकल को सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करें। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस आर्टिकल को पढ़कर दिवाली के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। दोस्तों अगर आपको इस आर्टिकल में कोई भी परेशानी आती है तो हमें कमेंट सेक्शन में बताइए हम आपको जल्दी से जल्दी रिप्लाई करेंगे।

धन्यवाद।

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